लेखनी कहानी -01-Jul-2023

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नर हो न निराश करो मन को- इस निर्मल मन में तेज भरो जग शोभित तुम कर्म करो ‌ माना कठिन डगर नौका का काम क्रोध मद लोभ तजो नर हो ...

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